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आजकल हम कुछ खुश रहने लगे हैं......

आजकल हम कुछ खुश से रहने लगे हैं , उनसे नहीं शिकायत हम कहने लगे है। चुप जो थे हम  गमों को लेकर अरसे से, जिक्र कर उनसे हम बेफिक्र रहने लगे हैं । किसी बात की नहीं हम ढूंढते अब वजह, यूं ही अब हम बेवजह खोये रहने लगें हैं। न कोई गिला किसी से न कोई रंज ए दिल, हम तो यूं हीं बेख्याली में डूबे रहने लगे हैं। कभी जो थे देखकर अपनी खुशी में  खुशी उनसे मिलके दूसरों के लिये  जीने लगे है। #पवन कुमार वर्मा  13 मई 2020

कुछ ख्वाब अधूरे रहने सही.......

कुछ ख्वाब अधूरे रहने सही....... कुछ ख्वाब अधूरे रहने सही है जिंदगी में , जरुरी तो नहीं ये कि हर ख्वाहिश पूरी मिले।।....1 कुछ न होकर साथ चले जब बेवक्त राहगीर, जरुरी तो नहीं ये कि हर दिल से दिल मिले।।.....2 अगर हम लफ्जो में कहें कि बुरे हेै वो हमसे  , जरूरी तो नहीं ये कि वो  यूं हमारे जैसे मिले।।....3 जाने कितने मिलते हेैं गैरो की खुशी में दुखी , जरुरी तो नही ये कि हर खुशी मे खुशी मिले।।....4 कैसे कहूं कि दौलत में हैं छुपी  खुशियां सारी, कमबख्त कोई दौलत ठुकुरा कर हमसे मिले।।...5 #पवन कुमार वर्मा । अप्रैल 2020

हम थे कुछ भी नहीं .......

हम थे कुछ भी नहीं ....... हम थे कुछ भी नहीं मगर उसने हीरा कह दिया, खाक थे जो  फर्श के एक लफ्ज ने अर्श कह दिया।  सोचा न था के हमें होगी एसे उनसे  दिल्लगी कभी,  साथ ही मिला कुछ एसा के हमने  इश्क कह दिया। वादें इकरार जो हुए चाहे न हुए  पूरे  दिलो के कभी, मगर साथ रहा कुछ एसा के हमने वफा कह दिया । तकरारो का क्या वो तो हुई इश्क मे उनसे भी बहुत, मगर पास थे वो हमारे तो हमने  इकरार कह दिया। कब्जा करने की आदत न थी हममे गैरो को कभी, वो देख ही गये कुछ एसा के हमने अपना कह दिया। जितना भी रहा जब तक रहा साथ हमारा  प्यारा था, सोचता हूं क्या नाम दूं तो एक पन्ना अधूरा कह दिया। आज पास नहीं है  फिर भी जिंदा है वो हरकतो में हमारी, जिंदादिली सीखा गये जो हमने उसे ज्योति कह दिया।।   # पवन कुमार वर्मा।

कुछ तो असर होता है लम्हो का भी शख्सियतो पर ,

  कुछ तो असर होता है ........            कुछ तो असर होता है लम्हो का भी शख्सियतो  पर , यूं ही हर शख्स पर हर एक बात असरदार नहीं होती।। मेरी बेरुखी पर भी जो सजदा करे खुशी के लिए मेरी , कैसे कह दूं कि जिंदगी मे कोई पहरे दार नही होती। मुख्तलिफ होकर भी जब कोई नाम सिर्फ मेरा पुकारे,  तो कैसे कह दूं  वफा में हमसफर पतवार नहीं होती।  जब दिल में उतर गया हो या दिल से उतर गया कोई, एक बार होती है वफा या बेवफाई बार बार नहीं होती। ये जिंदगी मिली है किराये पर तो कुछ कद्र कर लो, इस तरह  मुलाकाते अच्छो से हर बार नही होती।।। #पवन कुमार वर्मा। @21/11/2019

तुम हो कहीं मेरी आंखो में ख्वाबों में .......

तुम हो कहीं मेरी आंखो में ख्वाबों में ....... तुम हो कहीं मेरी आंखो में मेरे ख्वाबो में क्यो हो तुम ही मेरी बातो में जज्बातो में।...1 भूल जो गया हूं तुमको मैं दिल से अपने,  फिर क्यो जिंदा हो मेरी यादो में रातो में।....2 मुझे फिक्र नही है तुम्हारी परवाह नही है, तो क्यों हो फिर भी तुम मेरे सवालातो में।....3 कितना सोचता हूँ के कहूं कुछ तुम्हे बुरा। फिर क्यों जिंदा हो तुम तारीफो में बातो में।...4 बहुत कोशिश की तुम्हें ख्वाबो से मिटाने की, जाने क्यो फिर भी बने रहे तुम ख्यालाते में।।..5 - प व न # पवन कुमार वर्मा ।