आजकल हम कुछ खुश से रहने लगे हैं , उनसे नहीं शिकायत हम कहने लगे है। चुप जो थे हम गमों को लेकर अरसे से, जिक्र कर उनसे हम बेफिक्र रहने लगे हैं । किसी बात की नहीं हम ढूंढते अब वजह, यूं ही अब हम बेवजह खोये रहने लगें हैं। न कोई गिला किसी से न कोई रंज ए दिल, हम तो यूं हीं बेख्याली में डूबे रहने लगे हैं। कभी जो थे देखकर अपनी खुशी में खुशी उनसे मिलके दूसरों के लिये जीने लगे है। #पवन कुमार वर्मा 13 मई 2020
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