Thursday 18 June 2020

नशा छोड़िये

नशा छोड़िये , नशा छोड़िये , नशा छोडिये,
जीने की तरफ, रुख मोड़िये , रुख मोड़िये ।

किसका हुआ भला , नशे ने  किसकी जान बचाई है ।
चरस गांजा अफीम से हुआ कौन कब किसका भाई है ?
हमने दुश्मन ही बनते देखे  ,नशे में बिखरते रिश्ते देखे ,
इन बिखरे रिश्तो की लाज बचाने को तो नशा छोड़िये ,
नशा छोडिये, नशा छोड़िये,
जीने की तरफ रुख मोड़िये , रुख मोड़िये ।

मां-बाप आस लगाए बैठै हैं कि बेटा  घर लौट आयेगा ,
वो नशे में हो धुत तो मां-बाप पर क्या क्या बीत जायेगा ?
हमने टूटते देखे मां बाप, इन आंखो में बुनते सपने देखे ,
इन सपनो को हकीकत बनाने को तो नशा छोड़िये,
नशा छोड़िये नशा छोड़ियें,
जीने की तरफ रुख मोड़ियें , रुख मोड़ियें ।


नन्हे बच्चो की आंखो में तुमको सुपर मैन होते देखा है,
इतंजार भरी आंखो में पत्नी को क्या कभी तुमने देखा है?
हमने वो सब अरमां देखें, परिवार में तुम खुदा होते देखे,
इस खुदाई में घर की खुशियां लाने को तो नशा छोड़िये,
नशा छोड़िये, नशा छोड़िये,
जीने की तरफ रुख मोड़िये, रुख मोड़िये।



इंजै्क्शन चिट्टा लेने वालो तुमको मौत बुरी तरह तड़पायेगी ,
ये नशे की आदत कब  तक जुर्म की दुनियां से  बचायेगी ?
हमने जब भी देखे पांव तुम्हारे, हवालात या शमशान में देखे ,
शमशान व मौत के इस चंगुल से बचने को तो नशा छोड़िये,
नशा छोड़िये, नशा छोड़िये ।
हाथ जोड़कर विनती है नशा छोड़िये ।



#पवन कुमार वर्मा ।
दिनांकः- 18-06-2020


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