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Showing posts with the label गीत

एक तुम हों, एक हम हो

।। गीत ।। चाहतें , कम न हो । बातें , खत्म न हो। एक तुम हो ,  एक हम हों, न कोई गम हो , जब तुम संग  हो। मैं कहूं तुमको , तुम सुनो न, मैं देखू जरा , तुम रुको न ।  एक बार,  कह दो न। तुम मेरे ......हो।  मैं चाहुं तुम्हें , तुम चाहो न , एसा बनें, इक आशियां । न छूटे साथ , हो ये कि, तुम मेरे.......... हो ।, कम न हो , ये मुहबत्तें ,  यादे कभी खत्म न हो, लम्हों की  डोर कहे न , तुम मेरे..... हो।  पर्दे न हों , न हो जुदां, दूरियां न हो दरमियां। बातें हों,  नजरो से, के तुम  मेरे .....  हो। एक तुम हो ,  एक हम हों,  न कोई गम हो , जब संग  तुम  हो। -   पवन कुमार वर्मा " प व न "       12.03.2022

पांडे जी की मूछें ।

  ।।पांडे जी की मूंछे ।। पांडे जी , पांडे जी , मूछें आपकी बेहरम सी, एक , रौब मूंछो का , दूजी गर्मी वर्दी की । पांडे जी , पांडे जी , मूंछे आपकी बेहरहम सी ,     चले तो, हाथी सी चाल हैं , बोले तो, सिंह सी दहाड़ है, वर्दी का है नशा बड़ा , पांडे जी कि मूछें कमाल है। पांडे जी , पांडे जी , मूछें आपकी बेहरम सी,     देखें तो , Ak47 सा वार है, उठें तो, मूंछो में भी धार है। एक ताव पर लाखो घायल, पांडे जी की मूछें   हथियार है। पांडे जी , पांडे जी , मूछें आपकी बेहरम सी,     नजर न लगे इन मूंछो को   , रखना संभाल के पांडे जी , मूछें आपकी का ति ला ना , न करना गुमान , पांडे जी , पांडे जी , मूंछे आपकी बेरहम सी । एक , रौब मूंछो का , दूजी गर्मी वर्दी की । पांडे जी , पांडे जी, पांडे जी, पांडे जी ।।   -          पवन कुमार वर्मा ( प व न )           12 मार्च 2021

क्या से क्या हो गया हूँ मैं,

।।गीत।।   क्या से क्या हो गया हूँ मैं, तेरे बिना, जाने कहां खो गया हूँ मैं ।   मेरी जिन्दगी और तन्हा रास्तें, गम में भी खुश हूं तेरे वास्ते, मैं अकेला हो गया हूँ । तेरे बिना , जाने कहां खो गया हूँ मैं ।   मेरे जिस्म को चुभती है शामें, तेरे ख्यालों में कटती है रातें , मैं बेजुबां हो गया हूं । तेरे बिना, जाने कहां खो गया हूँ मैं ।   गर्द हो गई दीवारो पर तस्वीरें, गुमसुम हो गई गुजश्ता शामें मैं बे-जर हो गया हूं, तेरे बिना, जाने कहां खो गया हूं मैं ।   क्या से क्या हो गया हूँ मैं, तेरे बिना, जाने कहां खो गया हूँ मैं ।     – प व न # पवन कुमार वर्मा 10फरवरी2021

ओ भोलेनाथ रे ...

मेरे भोले नाथ !   ओ भोले नाथ रे , नाथो के नाथ , दीनानाथ रे. मेरे भोले नाथ रे.... करा दो भव से बेड़ा पार रे।...........1   ओ भोले नाथ रे , मेरे भोले नाथ रे....   ए विषधर , जटाधर , नीलकंठ , दीनबंधु , हर लो सारे कष्ट मेरे ए श्रीकंण्ठ प्रभु , हटा दो विपदा के बादल ओ भोलेनाथ रे , मेरे भोले नाथ रे.... ओ भोलेनाथ रे... कर दो जीवन खुशहाल , मेरे भोलेनाथ रे ।......2   ओ भोले नाथ रे , मेरे भोले नाथ रे....   ए अनीश्वर , सदाशिव ओ- शंकर शम्भू , करो दया मुझ पर ओ दयानिधान प्रभु , बता दो जीवन का सार ,  ए भोलेनाथ रे ,   मेरे भोलेनाथ रे। ओ भोलेनाथ रे... करा दो भव से मुक्ति पार , मेरे भोले नाथ रे।......3 ओ भोले नाथ रे , मेरे भोले नाथ रे....   -  प व न पवन कुमार वर्मा शिमला, हिमाचल प्रदेश 

नशा छोड़िये

नशा छोड़िये , नशा छोड़िये , नशा छोडिये, जीने की तरफ, रुख मोड़िये , रुख मोड़िये । किसका हुआ भला , नशे ने  किसकी जान बचाई है । चरस गांजा अफीम से हुआ कौन कब किसका भाई है ? हमने दुश्मन ही बनते देखे  ,नशे में बिखरते रिश्ते देखे , इन बिखरे रिश्तो की लाज बचाने को तो नशा छोड़िये , नशा छोडिये, नशा छोड़िये, जीने की तरफ रुख मोड़िये , रुख मोड़िये । मां-बाप आस लगाए बैठै हैं कि बेटा  घर लौट आयेगा , वो नशे में हो धुत तो मां-बाप पर क्या क्या बीत जायेगा ? हमने टूटते देखे मां बाप, इन आंखो में बुनते सपने देखे , इन सपनो को हकीकत बनाने को तो नशा छोड़िये, नशा छोड़िये नशा छोड़ियें, जीने की तरफ रुख मोड़ियें , रुख मोड़ियें । नन्हे बच्चो की आंखो में तुमको सुपर मैन होते देखा है, इतंजार भरी आंखो में पत्नी को क्या कभी तुमने देखा है? हमने वो सब अरमां देखें, परिवार में तुम खुदा होते देखे, इस खुदाई में घर की खुशियां लाने को तो नशा छोड़िये, नशा छोड़िये, नशा छोड़िये, जीने की तरफ रुख मोड़िये, रुख मोड़िये। इंजै्क्शन चिट्टा लेने वालो तुमको मौत बुरी तरह तड़पायेगी , ये नशे की आदत क...

देव बथिंदलु स्तुति

जय हो देवा मेरै बथिंदलुआ. ............ जय हो देवा मेरेै बथिंदलुआ, महाराजया मेरे ओ शाटकया। माता भगवती बोलू तां-साथे, तेरे पूजा  करू  जियु  क देवा ।। उंदे के बोलू सतलुज रा किनारा , उबड़ा तैरा मंदिर प्यारा। बांका अ तेरी भज्जी रा नजारा , गानवीं-पलग स्थान न्यारा।। पालकी रा तेरी नजारा शोपटा,चार भाये नचाओ जियु लबदा।  चालो जौ गूर रा शांगल चिमटा ,बाजौ ढोल नगाड़े हरणशिंगा । तेरै पंच बैठे बोलौ परमेश्वरो री, फैसले देओ माछ रे हक दै। जय जय कार  कुर्बाण करो ,तेरे नाओं जप य आवहान् करो।। अर्जो करु आपणेै दुःख तेरेेै द्वारेै, दुःख सुख लो शुणी तू म्हारे। बाट जे तू जीवणै रे दिखा , छोटू समझय माफ कर पाप म्हारे।। किरपा करे राखे तू उम्र सारी, हरे ल म्हरी सारी हारी बमारी। शक्तेै दे तू जियु दे लड़ने कै, सरीकौ न राखी उम्र ज्यूंदे सारी ।। जय हो देवा मेरै बथिदलुआ , महाराजया मेरै ओ शाटकया। माता भगवती बोलू तां-साथे, भूल चूक सारी माफ चाऊ देवा।।                               ...