।।गीत।।
क्या से क्या हो गया हूँ मैं,
तेरे बिना,
जाने कहां खो गया हूँ मैं ।
मेरी जिन्दगी और तन्हा रास्तें,
गम में भी खुश हूं तेरे वास्ते,
मैं अकेला हो गया हूँ ।
तेरे बिना ,
जाने कहां खो गया हूँ मैं ।
मेरे जिस्म को चुभती है शामें,
तेरे ख्यालों में कटती है रातें ,
मैं बेजुबां हो गया हूं ।
तेरे बिना,
जाने कहां खो गया हूँ मैं ।
गर्द हो गई दीवारो पर तस्वीरें,
गुमसुम हो गई गुजश्ता शामें
मैं बे-जर हो गया हूं,
तेरे बिना,
जाने कहां खो गया हूं मैं ।
क्या से क्या हो गया हूँ मैं,
तेरे बिना,
जाने कहां खो गया हूँ मैं ।
– प व न
# पवन
कुमार वर्मा
10फरवरी2021
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